Turbo Movie Review Hindi मलयालम फिल्म इंडस्ट्री को हमेशा से ही बेहतरीन कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जाना जाता है, जो मास एलीमेंट्स की तुलना में कहानी और कैरेक्टर डेवलपमेंट को प्राथमिकता देती है। लेकिन इस बार, साउथ सुपरस्टार ममूटी ने एक नई दिशा ली है और अपनी मास एक्शन थ्रिलर मूवी “टर्बो” लेकर आए हैं। इस फिल्म ने दर्शकों के बीच काफी चर्चा बटोरी है और अब यह सोनी लिव प्लेटफॉर्म पर हिंदी में डब होकर उपलब्ध है। इस लेख में हम इस फिल्म का विस्तृत विश्लेषण करेंगे और जानेंगे कि क्या यह फिल्म आपके समय के योग्य है या नहीं।
फिल्म की कहानी
“टर्बो” की कहानी टर्बो जोस नामक एक शख्स के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने गांव में हमेशा लड़ाई-झगड़े में उलझा रहता है। उसकी जिंदगी में एक मोड़ तब आता है जब उसके दोस्त जेरी के कारण उसे चेन्नई जाना पड़ता है। चेन्नई में टर्बो की जिंदगी किस तरह बदलती है, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी, जो अब सोनी लिव पर उपलब्ध है। फिल्म की कुल अवधि ढाई घंटे की है और इसमें एक्शन और थ्रिलर के सभी तत्व मौजूद हैं।
फिल्म का समग्र विश्लेषण
अगर “टर्बो” का संक्षिप्त में रिव्यू देना हो, तो इसे “नथिंग न्यू बट एंटरटेनिंग” कहा जा सकता है। फिल्म की कहानी में कोई खास नयापन नहीं है, और यह कई पुरानी फिल्मों से मिलती-जुलती नजर आती है। खासतौर पर स्कैम वाले एंगल को आपने पहले भी कई फिल्मों में देखा होगा, इसलिए इस दृष्टिकोण से आपको फिल्म में कुछ नया नहीं मिलेगा। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि फिल्म में मजा नहीं आएगा। “टर्बो” एक मनोरंजक फिल्म है जो दर्शकों को बोर नहीं करती और एक अच्छे टाइमपास के रूप में देखी जा सकती है। फिल्म के क्लाइमैक्स में पार्ट 2 का इशारा भी दिया गया है, जिसमें विजय सेतुपति मुख्य विलेन के रूप में नजर आने वाले हैं। उनकी आवाज क्लाइमैक्स में सुनाई देती है, जो पार्ट 2 के लिए दर्शकों को उत्साहित करती है।
Turbo Movie Review Hindi
फिल्म के प्रमुख तत्वों में सबसे पहले एक्शन सीक्वेंसेस की बात करनी होगी। “टर्बो” में भरपूर स्टाइल है, खासकर इसके एक्शन दृश्यों में। एक्शन सीक्वेंसेस की कोरियोग्राफी कमाल की है, और स्लो मोशन के साथ इन्हें बेहतरीन तरीके से ब्लेंड किया गया है। सिनेमेटोग्राफी की बात करें तो, फिल्म का यह पहलू भी काफी लाजवाब है। हालांकि फिल्म में कोई विदेशी या बहुत खास लोकेशन नहीं दिखाई गई है, फिर भी कैमरा वर्क और शॉट्स इतने शानदार हैं कि आपको फिल्म के दौरान कहीं भी कमी महसूस नहीं होगी। खासकर क्लोज-अप शॉट्स और इमोशनल दृश्यों में कैमरे का उपयोग अत्यंत प्रभावशाली रहा है।
ममूटी का दमदार प्रदर्शन
फिल्म का दूसरा सबसे बड़ा आकर्षण ममूटी का जबरदस्त प्रदर्शन है। 72 साल की उम्र में भी ममूटी ने जिस एनर्जी के साथ इस किरदार को निभाया है, वह काबिले तारीफ है। उनकी स्टाइल और स्वैग फिल्म के मास एक्शन अवतार में चार चांद लगा देती है। ममूटी की एक्टिंग इतनी दमदार है कि आपको उनकी उम्र पर यकीन नहीं होगा। इस फिल्म में उन्होंने खुद को एक बार फिर साबित किया है और दर्शकों को अपनी एक्टिंग से मंत्रमुग्ध कर दिया है।
नेगेटिव कैरेक्टर और सपोर्टिंग कास्ट
फिल्म में आपको कन्नड़ इंडस्ट्री के सुपरस्टार राज शेट्टी भी नेगेटिव रोल में नजर आते हैं। उनका किरदार काफी पावरफुल है, लेकिन अफसोस कि उन्हें स्क्रीन पर बहुत कम समय के लिए दिखाया गया है। उनकी एक्टिंग और कैरेक्टर दोनों ही लाजवाब हैं, लेकिन दर्शकों को उनका स्क्रीन टाइम थोड़ा और ज्यादा चाहिए था। इसके अलावा, फिल्म में सुनील भी एक महत्वपूर्ण रोल में नजर आते हैं, और उन्होंने भी अपना काम बखूबी किया है। बाकी सपोर्टिंग कास्ट ने भी फिल्म में अपना योगदान पूरी ईमानदारी से दिया है।
इमोशनल एंगल और बीजीएम
“टर्बो” में इमोशनल एंगल को भी बखूबी संभाला गया है। खासकर टर्बो जोस और उसकी मां के बीच की बॉन्डिंग बहुत ही इमोशनल है। इस मां-बेटे के रिश्ते को देखकर आप जरूर भावुक हो जाएंगे। इसके अलावा, जेरी के माता-पिता का एक सीन क्लाइमैक्स से ठीक पहले आता है, जो आपके दिल को छू लेगा। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक (बीजीएम) भी फिल्म के मास एक्शन के अनुरूप है। यह बीजीएम फिल्म के हर सीन को और भी प्रभावशाली बना देता है और दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देता है।
निष्कर्ष
“टर्बो” भले ही कहानी के मामले में कुछ नया पेश नहीं करती हो, लेकिन इसका एग्जीक्यूशन काफी स्मार्ट और एंटरटेनिंग है। फिल्म में थोड़े बहुत हिस्सों को काटा जा सकता था, लेकिन फिर भी यह फिल्म बोर नहीं करती और दर्शकों का पूरा मनोरंजन करती है। मैं “टर्बो” को 6.5/10 रेटिंग दूंगा। यह एक नीट एंड क्लीन फैमिली एंटरटेनर है, जिसमें कोई वल्गैरिटी या गाली-गलौच नहीं है।
फिल्म की हिंदी डबिंग भी काफी अच्छी है, हालांकि कुछ डायलॉग्स में थोड़ी बहुत छेड़छाड़ नजर आती है। कुल मिलाकर, “टर्बो” एक मनोरंजक फिल्म है जो आपके समय के योग्य है, और इसके पार्ट 2 का बेसब्री से इंतजार रहेगा। मुझे आशा है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और “टर्बो” फिल्म देखने का निर्णय लेने में आपकी मदद करेगा।